★ इस रिपोर्ट के अनुसार भारत की पशुधन आबादी 2012 की तुलना में 4.6% से बढ़कर 53 करोड़ 57.8 लाख हो गई है. यह जानकारी केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय द्वारा जारी 20वीं पशुगणना रिपोर्ट में दी गई।
★ इस बार यह पशुगणना टैबलेट की सहायता से की गई है।
★ पशुगणना के अनुसार भारत में बीते पांच सालों में गायों की संख्या 18 प्रतिशत बढ़कर 14.51 करोड़ हो गई है. देश में भैंसों की संख्या में इस दौरान मात्र एक प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
★ देश में मुर्गियों की कुल संख्या 85.18 करोड़ है. नई पशुगणना के मुताबिक, बकरियों की संख्या 10 फीसदी बढ़कर 14.9 करोड़ हो गई है. रिपोर्ट के अनुसार, सुअर की संख्या 12 फीसदी घटकर 90.6 लाख है।
★ गोधन (गाय-बैल), भैंस, मिथुन और याक की संख्या साल 2012 की गणना की तुलना में 01 प्रतिशत बढ़कर 30 करोड़ 27.9 लाख हो गई।
★ रिपोर्ट के अनुसार देश में वर्ष 2019 में गधों की संख्या 61% घटकर 1 लाख 20 हजार रह गई, जबकि ऊंटों की संख्या 37 प्रतिशत घटकर 2 लाख 50 हजार रह गई है।
★ वर्ष 2019 में कुक्कुट की संख्या करीब 17 प्रतिशत बढ़कर 85 करोड़ 18.1 लाख हो गई है।
★ पिछली गणना की तुलना में साल 2019 में स्वदेशी/गैर-विवरणी मादा मवेशियों की संख्या में 10 फीसदी की वृद्धि हुई है।
★ देश में साल 2019 में कुल घोड़े और टट्टू 3.4 लाख हैं, जो पिछली गणना के मुकाबले 45.6 फीसदी कम है।
★ पशुगणना हेतु पशुपालन और डेयरी विभाग ने 80,000 से अधिक लोगों को तैनात किया गया था।
★ इसके लिए 27 करोड़ से अधिक घरों और गैर-परिवारों से डेटा एकत्र किया. इस बार पशुगणना टैबलेट के माध्यम से की गई थी।
★ मिथुन अरुणाचल प्रदेश का राज्य पशु है।
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