रविवार, 28 जून 2020

रेपो रेट


★ 04 अक्टूबर 2019 को आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने हेतु भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने  नीतिगत ब्याज दरों में लगातार पांचवीं बार कटौती की है।
★ आरबीआई ने रेपो रेट (Repo Rate) में 0.25 प्रतिशत की कटौती की है।
★ आरबीआई ने इस मौद्रिक नीति समिति (MPC) की समीक्षा बैठक में रेपो रेट 0.25 प्रतिशत घटाकर 5.15 प्रतिशत कर दिया है।
★ RBI द्वारा रेपो रेट में 0.25 प्रतिशत की कटौती से होम लोन, कार लोन आदि पर ईएमआई और घट जायेगी।
★ RBI ने लगातार पांचवीं बार रेपो रेट में कटौती की है. RBI के इस अहम फैसले से रेपो रेट नौ साल में सबसे कम है।
★ आरबीआई ने इससे पहले फरवरी 2019, अप्रैल और जून 2019 में रेपो रेट में 0.25-0.25 प्रतिशत की कटौती की थी. वहीं, अगस्त 2019 में भी रेपो रेट में 0.35 प्रतिशत की बड़ी कटौती की गई थी।
रेपो रेट -आरबीआई बैंकों को जिस रेट पर कर्ज देता है उसे रेपो रेट कहते है. इसी आधार पर बैंक भी ग्राहकों को कर्ज उपलब्ध कराते हैं।
★ रेपो रेट कम होने से बैंकों को बड़ी राहत मिलती है. बैंक भी इसके बाद कर्ज को कम ब्याज दर पर ग्राहकों तक पहुंचा सकते हैं।
★वर्तमान में रिवर्स रेपो रेट घटकर 4.9 प्रतिशत हो गया है।
रिवर्स रेपो रेट- रिवर्स रेपो रेट वह दर होती है जिस पर बैंकों को उनकी ओर से RBI में जमा धन पर ब्याज मिलता है।
★ रिवर्स रेपो रेट बाजारों में नकदी की तरलता को नियंत्रित करने में काम आती है।
★ जब बाजार में नकदी बहुत ज्यादा उपलब्ध होती है तो RBI रिवर्स रेपो रेट बढ़ा देता है, जिससे की बैंक ज्यादा ब्याज कमाने हेतु अपनी नक़दी उसके पास जमा करा दे।
★ वर्तमान में RBI द्वारा बैंक रेट 5.40 प्रतिशत कर दिया गया है।
बैंक रेट:  बैंक रेट वह दर है जिस पर आरबीआई व्यापारिक बैंको को प्रथम श्रेणी की प्रतिभूतियों पर कर्ज प्रदान करता है।
★ चालू वित्त वर्ष 2019-20 के लिए RBI ने जीडीपी ग्रोथ दर का अनुमान 6.9 प्रतिशत से घटाकर 6.1 प्रतिशत कर दिया है।
★ आरबीआई वित्त वर्ष 2020-21 के लिए जीडीपी ग्रोथ दर का अनुमान संशोधित करके 7.2 प्रतिशत कर दिया है।

Pariksha Pointer

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