गुरुवार, 23 जनवरी 2025

तृतीय कर्नाटक युद्ध (1757-63 ई०)

 


  • तृतीय कर्नाटक युद्ध का तात्कालिक कारण था क्लाइव और वाट्सन द्वारा बंगाल स्थित चंद्रनगर पर अधिकार कर लेना था 
  • तृतीय कर्नाटक युद्ध के अन्तर्गत अंग्रेज और फ्रांसीसियों के बीच 'वाण्डिवाश' नामक स्थान पर निर्णायक युद्ध हुआ।
  • 22 जनवरी, 1760 को लड़े गये वाण्डिवाश के युद्ध में अंग्रेजी सेना को आयरकूट ने तथा फ्रांसीसी सेना को लाली ने नेतृत्व प्रदान किया। 
  • वाण्डिवाश के युद्ध में अंग्रेजों की विजय तथा फ्रांसीसी पराजित हुए, यही पराजय भारत में उनके पतन की शुरुआत थी। 
  • 16 जनवरी, 1761 को पाण्डिचेरी पर अंग्रेजों का अधिकार हो गया।
  • भारत में फ्रांसीसी शक्ति की असफलता के प्रमुख कारण इस प्रकार थे-
  • इंग्लैण्ड की नौसैनिक सर्वोच्चता
  • फ्रांसीसी सरकार का असहयोग
  • कंपनी का सामन्ती स्वरूप और अत्यधिक शाही नियंत्रण होना 
  • फ्रांसीसी सेनापति डूप्ले, बुसी की तुलना में अंग्रेज सेनापति क्लाइव, लारेंस, आयरकूट आदि अधिक सूझबूझ वाले थे।

डेन (1616 ई०)

Pariksha Pointer

Author & Editor

Please tell us by comments on related topics and the information given in it.

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें