- तृतीय कर्नाटक युद्ध का तात्कालिक कारण था क्लाइव और वाट्सन द्वारा बंगाल स्थित चंद्रनगर पर अधिकार कर लेना था
- तृतीय कर्नाटक युद्ध के अन्तर्गत अंग्रेज और फ्रांसीसियों के बीच 'वाण्डिवाश' नामक स्थान पर निर्णायक युद्ध हुआ।
- 22 जनवरी, 1760 को लड़े गये वाण्डिवाश के युद्ध में अंग्रेजी सेना को आयरकूट ने तथा फ्रांसीसी सेना को लाली ने नेतृत्व प्रदान किया।
- वाण्डिवाश के युद्ध में अंग्रेजों की विजय तथा फ्रांसीसी पराजित हुए, यही पराजय भारत में उनके पतन की शुरुआत थी।
- 16 जनवरी, 1761 को पाण्डिचेरी पर अंग्रेजों का अधिकार हो गया।
- भारत में फ्रांसीसी शक्ति की असफलता के प्रमुख कारण इस प्रकार थे-
- इंग्लैण्ड की नौसैनिक सर्वोच्चता
- फ्रांसीसी सरकार का असहयोग
- कंपनी का सामन्ती स्वरूप और अत्यधिक शाही नियंत्रण होना
- फ्रांसीसी सेनापति डूप्ले, बुसी की तुलना में अंग्रेज सेनापति क्लाइव, लारेंस, आयरकूट आदि अधिक सूझबूझ वाले थे।
डेन (1616 ई०)
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