- '20-21 जून को 1756' को बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के समय में प्रसिद्ध 'कालकोठरी या ब्लैक होल' की घटना घटी।
- सिराजुद्दौला के विरोधियों में शामिल थे- पूर्णिया का सूबेदार शौकत जंग, मौसी घसीटी बेगम तथा सेनापति मीरजाफर।
- 23 जून, 1757 को निर्णायक 'प्लासी का युद्ध' लड़ा गया, क्लाइव के नेतृत्व में लड़े गये इस युद्ध के निर्णय ने भारत में अंग्रेजी राज्य की स्थापना कर दी।
- प्लासी के युद्ध के समय भारत का मुगल बादशाह आलमगीर द्वितीय था।
- बंगाल में व्यापार करने वाले अनधिकृत ब्रिटिश व्यापारियों को 'इंटरलोपर' कहा जाता था।
- मीरजाफर द्वारा प्रदत्त '24 परगना' की जमींदारी को क्लाइव की व्यक्तिगत जागीर के रूप में जाना जाता था।
- मीरजाफर को 'कर्नल क्लाइव का गीदड़' कहा गया।
- मीरकासिम अलीवर्दी खां के बाद बंगाल का सर्वाधिक योग्य नवाब था, इसने अन्तर्देशीय व्यापार से सभी प्रकार की चुंगी समाप्त कर दी थी।
- मीरकासिम ने मुर्शिदाबाद से अपनी राजधानी मुंगेर हस्तांतरित कर ली थी।
- 22 अक्टूबर, 1764 में बक्सर के युद्ध के समय बंगाल का नवाब मीरजाफर था।
- युद्ध में अंग्रेजी सेना का नेतृत्व हेक्टर मुनरो ने किया।
- अंग्रेजों के विरुद्ध बक्सर के युद्ध में लड़ने वाली भारतीय सेनाओं में शामिल थे, मुगल बादशाह शाहआलम, अवध के नवाब शुजाउद्दौला तथा मीरकासिम ।
- 1765 में इलाहाबाद की प्रथम संधि क्लाइव और मुगल बादशाह के बीच हुई।
- इलाहाबाद की द्वितीय संधि (1765) क्लाइव और अवध के नवाब के बीच सम्पन्न हुई।
- द्वैध शासन का जनक लियोनिस कार्टिस को माना जाता है।
- बंगाल में द्वैध शासन की शुरुआत 1765 ई० में हुई, जो 1772 तक प्रचलन में रही।
- अंग्रेज संरक्षण प्राप्त बंगाल का प्रथम नवाब नज्मुद्दौला था।
- बंगाल का अंतिम नवाब मुबारक उद्दौला (1770-75) था।
ब्रिटिश शासन का भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
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