गुरुवार, 16 जनवरी 2025

टीपू सुल्तान (1782-1799)

 


  • 1782 में टीपू सुल्तान अपने पिता हैदरअली की मृत्यु के बाद मैसूर की गद्दी पर बैठा, राजनीतिक दूरदर्शिता में यह अपने पिता हैदर अली के समकक्ष ही ठहरता था। 
  • टीपू सुल्तान एक पढ़ा लिखा योग्य शासक था। इसे अरबी, फारसी, उर्दू एवं कन्नड़ भाषाओं का ज्ञान था। 
  • टीपू सुल्तान ने अपने नवीन प्रयोगों के अन्तर्गत नई मुद्रा, नई माप-तौल की इकाई और नवीन संवत का प्रचलन करवाया था।
  • टीपू सुल्तान ने अपने पिता हैदरअली के विपरीत खुलेआम सुल्तान की उपाधि धारण की जबकि हैदर अली ने कभी भी सार्वजनिक रूप से शाही उपाधि धारण नहीं की थी।
  • 1787 में टीपू सुल्तान ने अपने नाम से सिक्के जारी करवाये।
  • टीपू द्वारा जारी सिक्कों पर हिन्दू देवी-देवताओं के चित्र तथा हिन्दू संवत् की आकृतियां अंकित थीं।  
  • टीपू ने वर्षों और महीनों के नाम से अरबी भाषा का प्रयोग करवाया। 
  • टीपू सुल्तान ने श्रृंगेरी के जगदगुरू शंकराचार्य के सम्मान में मंदिरों के पुनर्निर्माण हेतु धन दान किया।
  • टीपू प्रथम भारतीय शासक था जिसने अपने प्रशासनिक व्यवस्था में पाश्चात्य प्रशासनिक व्यवस्था का मिश्रण किया था।
  • फ्रांसीसी क्रांति से प्रभावित टीपू ने श्रीरंगपट्टनम में 'जैकोबिन क्लब' की स्थापना की और उसका सदस्य बना।
  • टीपू ने अपनी राजधानी में फ्रांस और मैसूर के मैत्री का प्रतीक 'स्वतंत्रता का वृक्ष' रोपा।
  • टीपू सुल्तान ने अपने समकालीन विदेशी राज्यों से मैत्री सम्बन्ध बनाने तथा अंग्रेजों के विरुद्ध उनकी सहायता प्राप्त करने के उद्देश्य से अरब, कुस्तुनतुनिया अथवा वार्साय, काबुल और मॉरीशस को दूतमण्डल भेजा। 
  • टीपू ने जमींदारी व्यवस्था को समाप्त कर सीधे रैय्यत से संपर्क स्थापित किया, साथ ही कर मुक्त भूमि इनाम पर अधिकार कर पॉलिगर के पैतृक अधिकार को जब्त कर लिया।
  • 1796 ई० में अंग्रेजी नौसेना के मुकाबले के उद्देश्य से टीपू ने एक नौसेना बोर्ड का गठन किया। 
  • मंगलौर, मोलीदाबाद दाजिदाबाद आदि में टीपू ने पोत निर्माण घाट (Dock yard) का निर्माण कराया था।
  • टीपू आधुनिक उद्योगों की स्थापना में रुचि लेता था, उसने देशी तथा अन्तर्देशी व्यापार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अपने गुमाश्तों की नियुक्ति व्यापारिक केन्द्र मस्कट, ओर्मुज, जद्दाह तथा अदन में किया।
  • साम्राज्यवादी लेखकों ने टीपू सुल्तान को ‘सीधा सादा दैत्य' (Monster Pure and Simple) कहा।


तृतीय आंग्ल मैसूर युद्ध (1790-92)

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